मन विचर रहा था फ़िरदौस में कहीं, और उन्होने वो, ख्वाबों की दास्तां को सुलगा दिया..। यूं विचलित हो खुले ही थे नैन हमारे, कि उस धुएं ने, पलकों से, उन सपनों को छलका दिया..! #dreams #eyes #tears #sleep #betrayal #lovequotes #msj #minitale