कब तक आस लगाओगी तुम, बिक़े हुए अखबारों से कैसी रक्षा मांग रही हो दुःशासन दरबारों से स्वयं जो लज्जाहीन पड़े हैं वे क्या लाज बचाएंगे सुनो द्राैपदी! शस्त्र उठालो अब गोविंद ना आएंगे ©Poonam Shah #सुनो द्रोपदी। #lily