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सोचता रहा मैं रात भर करवटें बदल बदल कर लोग क्यों

सोचता रहा मैं रात भर करवटें बदल बदल
 कर लोग क्यों बदल जाते हैं हमें इतना बदल कर

Writer _ Pankaj Bais

9340011489 Raat bhar
सोचता रहा मैं रात भर करवटें बदल बदल
 कर लोग क्यों बदल जाते हैं हमें इतना बदल कर

Writer _ Pankaj Bais

9340011489 Raat bhar