वाणी के प्रभाव उत्पादकता सब चैन पर निर्भर होती है हम लंबी भारत के बाद भी अपनी बात दूसरे व्यक्ति को नहीं समझा पाते लेकिन कुछ प्रभावशाली शब्दों के माध्यम से एक ही बार में समझ जाया जा सकता है कहने का तात्पर्य यह है कि जब भी बोलो सोच समझकर बोलो फिर किस शब्द के हाथ पैर नहीं होते किंतु इस शब्द के अनेक रूप हैं यही शब्द कहीं और शुद्धि का कार्य करता है तो कहीं गांव पहुंचाता है ©Ek villain #जभी भी बोलो सोच समझकर बोलो चाहे कोई भी हो सामने