चाटूकारिता से हटकर, स्वतन्त्रा तो अपनाओ । चौथा स्तम्भ माना है तुम्हें, अपना फ़र्ज तो निभाओ ।। मानवता के नाते, कुछ तो कर जाओ । बेबस है जनता, शीर्षक तो बनाओ ।। हक़ीक़त दिखाकर, सोई सरकार तो जगाओ । महामारी विकराल है, एक चेतना तो जगाओ ।। ©khudkikalam_ #media #corona #lockdown #shayri #government #shrkar #khudkikalam #Fundamental