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शायद तू साथ हो, और वक़्त थम जाए, ये आदते तुझे चाहन

शायद तू साथ हो,
और वक़्त थम जाए,
ये आदते तुझे चाहने की
शायद कभी बदल ही ना पाएं
हो सकता है रास्तें अलग हो,
शायद मंजिले एक हो जाएं,
या शायद जब तक है सांसें
हम तेरे ही कहलाएं!

©R.y
  #शायद_तू_साथ_हो