विरह गीत तू कौन देश का वासी है जो न समझ सके मेरी तडपन को नीदों को मुझसे छीन गया और बढा गया मेरी धडकन को तेरे प्यार में योगन हो बैठी और भूल गयी घर बार मेरा मैने छोड दिया श्रिगाँर भी सब और तोड दिया है दर्पण को तू कौन देश का वासी है....... #yqdidi #yqbaba #poetry #virah #yqtales #yourquote #hindi #love