जब कभी बिना सजावट के आखों मै सिर्फ काजल डालकर निकलती हो तो तुम खूबसूरत लगती हो, जब सरसराती हवा से गालों पर आने वाली अपनी लटों को कान के पीछे ले जाती हो तो तुम खूबसूरत लगती हो, जब कभी तुम खुल कर मुस्कुराती हो तो तुम खूबसूरत लगती हो, जब अपने माथे को बिंदी से सजाती हो तो तुम खूबसूरत लगती हो, ये कोई तारीफ नहीं एक एहसास है जो तुम खुद के लिए महसूस करती हो, इसीलिए घर से बाहर निकलने से पहले, या जब कभी खुद को टूटा हुआ महसूस करो उस पल खुद से कहो कि तुम खूबसूरत हो, जब तक तुम्हारे गाल तुम्हारी आखों तक उठ ना जाए तब तक कहो की तुम खूबसूरत हो और याद रहे तुम सिर्फ एक ही हो!!!! #Tumkhoobsuratho