White मैं मौसम की पहली बरसात, तुम्हारे नाम कर दूं। मेरे आंगन की हर सौग़ात, तुम्हारे नाम कर दूं।। और मेरा हर इक दिन, तो पहले से ही तुम्हारा है। तुम्हारी हां जो हो तो ये रात, तुम्हारे नाम कर दूं।। कभी-कभी मैं तुम पर हक़ तो जता लेता हूं, मगर, मुकम्मल हक़ की खातिर बारात तुम्हारे नाम कर दूं।। ग़ज़ल ख़त्म तो तख़ल्लुस पर किया करता हूं मैं। तुम कहो, अब से हर शुरुआत तुम्हारे नाम कर दूं।। ©Shivank Shyamal #love_shayari #shivanksrivastavashyamal #Love #Quote #Poetry #Nojoto #Shayari #gazal #ghazal