मोहताज़ कब रहे है किसी आईने के हम, पत्थर भी मिल गया है हमें, तो संवर लिए.. ! अब और क्या अपनी वफाओं का सुबूत दे, इल्जाम आपके थे,मगर अपने सर लिए.. !! #नरु💝 #मोहताज़ #आईने #पत्थर #वफ़ा #सर