महफिल भी हमारी अब तो तनहाईयों में सजती हैं.. भीड़ में भी रहें तब भी विरानियाँ सी खलती है.. खुद से हारे नही, तेरे इश्क के मारे है या़रा... सदीयों से भी लंबे दिन हमने हिज्र के गुजारे है.. #Shilpa #Mehfil #LateNight_Thoughts #Sanam #ShilpaSalve358