'' ये रिश्ते '' ये रिश्ते के फूल भी बड़े खुशहाल होती है कभी किसी को एक क्षण में भाई-बहन के गठबंधन में बंध जाते, किसी दोस्त को सर्वश्रेष्ठ दोस्त मे रूपांतरित कर दिया, किसी को प्रेमी-प्रेमिका के बंधन में बंध गए ।। ये रिश्ते के दायरे भी बड़े पेचीदा होवे कभी किसी को जिन्दगी जीने का हौसला बढ़ाया, कभी किसी की जीवन कष्टदायक होत, कभी जिंदगी से दूरी बनाए रखती।। ये रिश्ते भी भ्रांत होत कोई इसे निभाने की चेष्टा मे मुग्ध, कोई इसे बीच राह मे छोड़ जाने की वासना मे, कभी किसी को जीने की उम्मीद दी।। - रोज़लिन एक्का '' ये रिश्ते '' आप लोगो को मेरी पंक्ति कैसी लगी? कृपया मुझे बताइए 😊