Hello! क्या हुआ .? (मैंने Call उठाते ही पूछा) कहाँ हो.? मैंने कहा, अरे थोड़ा बाहर आ गया था। Ok, तो मेरे लिए एक कॉफ़ी का पैकेट लेते आना और हिसाब हम बाद में कर लेंगे। (Hostel के बाहर पहुँचकर) हाँ जी! बाहर आ जाइये, आपकी कॉफ़ी आ चुकी है और साथ में मैं भी। वो बाहर किसी क़यामत की तरह आईं और कॉफ़ी को देखते ही बोलीं की अरे मैंने छोटा पैकेट बोला था। इतना कौन पिएगा और जल्दी खत्म कैसे होगा.? मैंने बोला , अरे कोई नहीं कौन सा एक दिन में सब पीकर खत्म करना है। मैंने बोला आपको ठंड नहीं लग रही है.? हाँ यार! थोड़ा हाथ छूना मेरा देखो कितना ठंडा है। मैंने हल्के से उनके हथेलियों को महसूस भर किया। ऐसा लगा जैसे सारी दुनिया की नरमी उनके हाथों में समा गई हो… ©YASHVARDHAN #लप्रेक 💞 #holdinghands