@@क्या कहूँ किसलिए मौन हूँ!@@ देख कर हालात को सिहरन सी है दौड़ती, हैं बजह सारी गौन यहां बस इस लिए मैं मौन हूं। घुसपैठियों पर चुप्पी क्यूं पीड़ित से इस कदर बैर क्यूं, गर कह दूं तो मचेगा हल्ला बस इस लिए मैं मौन हूं। उन्मादी है भीड़ अभी बहकावे में हैं नीण अभी, कहीं आग को मिलें ना हवा सब इस लिए मैं मौन हूं। नादान हैं शंख सारे फूंक से हैं बज रहे सारे, बन बैठे हैं सतरंज की गोटियां बस इस लिए मैं मौन हूं। अभी मैं उलझा हूं अपने आप में धसा कौन कमज़र्फ इस पाप में, कर्मपथ पर अडिग हूं अटल हूं कुछ तो बस इस लिए मैं मौन हूं। दर ओ दीवार के भी हैं कान बहुत अर्थ का अनर्थ करते मक्कार बहुत, कहीं मेरे पानी को दिखा ना दे आग बस इस लिए भयभीत हूं मैं मौन हूं। राजेश गुप्ता'बादल' मुरैना मध्यप्रदेश (16/12/2019) #aag_pani #mahoul #moun #nojoto @@क्या कहूँ किसलिए मौन हूँ!@@ देख कर हालात को सिहरन सी है दौड़ती, हैं बजह सारी गौन यहां