Haaye Mai Marjaavaan उनकी सूरत में वो कशिश है कि वो चांद भी देख लें तो सरमा जाए और इंशा तो इंशा गर फरिश्ते भी देख लें तो उनका भी दिल मेरे महबूबा पर आ जाएं अजी उनकी हर एक अदा के कायल है हम हाय मैं मर जावा उनकी इस प्यारी सूरत पे । हाय मैं मर जावा अपने महबूबा पे