White मेरा क्या मै तो बस यूॅ ही तिमिर बीच रह लूॅगा कही।। भाग ना सकूॅ पीछे पीछे पकङ ना सकूॅ उजालो को मै।। छूट गये गये है अपने जो थे रूठे है सब मीत मीत अभी। प्राणो के भी सॉस उखङे है धङकन भी है गिरे गरे।। ऑसू ढले है मोती बनकर गिरे है दिल के सागर मे जाकर।। उभरे है वही से बनकर गीत वो मेरे जीवन के।। प्यार छुपा है जो अन्तस मे मेरे निकलता है वो गीत बनकर।। समझ ना आए वो गीत मेरी प्यार ना हो जिसके दिल मे।।। ©रघुराम #good_night बस यूॅ ही