Nojoto: Largest Storytelling Platform

समझो तो अग़र समझो तो जीवन में ठोंकरों के बाद

समझो तो

अग़र समझो तो जीवन में    
ठोंकरों के बाद ही मुक़ाम है
वरना यह जीवन निष्काम है।
अग़र समझो तो जीवन में
ज्ञानार्जन के बाद ही मुक़ाम है
वरना यह जीवन निष्काम है।
अग़र समझो तो जीवन में
संघर्षों के बाद ही मुक़ाम है
वरना यह जीवन निष्काम है।
अग़र समझो तो जीवन में
सम्मान के बाद ही मुक़ाम है
वरना यह जीवन निष्काम है।
अग़र समझो तो जीवन में
समर्पण के बाद ही मुक़ाम है
वरना यह जीवन निष्काम है।

डा ललित फरक्या "पार्थ" #डा पार्थ
समझो तो

अग़र समझो तो जीवन में    
ठोंकरों के बाद ही मुक़ाम है
वरना यह जीवन निष्काम है।
अग़र समझो तो जीवन में
ज्ञानार्जन के बाद ही मुक़ाम है
वरना यह जीवन निष्काम है।
अग़र समझो तो जीवन में
संघर्षों के बाद ही मुक़ाम है
वरना यह जीवन निष्काम है।
अग़र समझो तो जीवन में
सम्मान के बाद ही मुक़ाम है
वरना यह जीवन निष्काम है।
अग़र समझो तो जीवन में
समर्पण के बाद ही मुक़ाम है
वरना यह जीवन निष्काम है।

डा ललित फरक्या "पार्थ" #डा पार्थ