तुम हो क्या मैं समझ न सका पास हो साथ हो तुम हर राह पर हमराह हो तुम हर मोड़ हर चौराहे पर मिल ही जाते हो दिलों की ख्वाहिश को पूरा कर जाते हो कभी काटों से दूर हो जाते हो फिर हटा इन्हें साथ हो जाते हो हर वक्त हर पल तो हम साथ ही रहते हैं जाने क्यों फिर साथ से हम डरते हैं। तुम दिलों की धड़कन सी धक धक करते हो खून की तरह पूरे शरीर में रहते हो गर हो जाए कमी इसकी वो अंग शून्य पड़ जाता है फिर जाने क्यों साथ से हमारा मन घबराता है। #पास #राह #हमराह #ख्वाहिश #साथ #घबराता #yqdidi #yqhindi YourQuote Didi Vaibhav Dev Singh