कहानी उस दिल की जो बार बार टुट जाता फिर से बटोरते और जोड़ते अखिर दिल तो मेरा है जोड़ना तो पड़ेगा उसके बिना जो रह नहीं सकते दिल है शीशे भी ज्यादा साफ या दिखाई नहीं देता या शीशा समझ के तोड़ देते. फिर भी इन्तेज़ार है उसका जो इस दिल को संभाले बस बन के रहूं उसका जो मेरे दिल को सम्भाले पता नहीं इस दिल पे लिखा है नाम किस का जो मेरे दिल को सम्भाले. I m waiting you #Heart