उनकी नज़रों से आजकल गुस्ताखी हो रही है जैसे वो उनकी ना होकर हमारी हो रही हैं ज़ब उनकी गुस्ताख़ नज़रें टकराती हैं हमारी नज़रों से लगता है जैसे सूखे मौसम में भी इश्क़ की बारिश हो रही है - सीमा सिंह 'इश्क़ा' #दिल_बंजारा