मिली हो इस दुनिया में, तो रिश्ता निभाना तुम, जब होगा बुरा वक़्त मेरा, तब एक सच्चा दोस्त समझकर, सहारा बनना तुम। ना चाहत है मेरी कोई और तुमसे, ना ही रखा है मन में कोई और भाव मेने, पवित्र ही में तुझको हमेशा मानता हूंँ, इसीलिए तो सिर्फ एक सहारा ही मांगता हूंँ। दुनिया है यह दो धारी तलवार, पता नहीं कब कौन पीछे से भौंक दे खंजर, लेकिन इस मतलबी दुनिया के भीतर भी, मेरा एक विश्वास तो तुम ही हो, जब दे जाएगा घाव कोई ग़ैर, तब मेरा मरहन बन के आना तुम। दिल से इज्ज़त करता हूंँ तेरी मे, और हो तुम अपनी ही, इसीलिए मांग रहा हूंँ तुझसे एक सहारा, बाकी तुझ पर मेरा कोई हक नहीं। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-896 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।