# क्यों उदास हो तुम # ©DEEPRAN 1. गुजरी क्षण थे ; इस क्षण हो , - अनागत हो न हो | - वक्त के तख्त का क्या पता , - सवारी जिंदगी की हो न हो | = खिलो तुम भोर के कुसुम | - क्यों उदास हो तुम || 2. मुरझाने को तो बद वक्त मौले खूब है ,