दम घुटा है यून अपनों की भीड़ में गैरों कि तरह जीने में अकेले चुपचाप जब हम गम छुपाते हैं कहीं अंदर अपने सीने में आओ कुछ बातें करे बांट ले एक दूजे के सीने का दर्द कर दे दूर एक दूसरे के गीले सिक्वे ताकि आसानी हो साथ जीने में। सुप्रभात। बहाना कोई हो, बात करना ज़रूरी है। विचार-विमर्श की प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए। #बातेंकरें #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi