❤❤अब बहेक जाने दे मुझे फिर से तेरी मोहबत मे, तेरे चेहरे का नशा सर से अबतक उतरा नही ! पहली मोहब्बत की पहली ख्वाहिश् हो तुम ! जो कभी नही बुझती वो प्यास हो तुम !❤❤ ©Dashrath Angarkhe तू ही रे