दिलों को जीतकर हम जिन्दगीं कुर्बान करते हैं जो तुसमे हो नहीं सकता हम वैसा काम करते हैं मेरे फितरत में पाओगे नहीं मक्कारियां साहब कि हम उस बेवफा से अब तलक प्यार करते हैं #YourQuoteAndMine Collaborating with Manasvi Singh