आज के इस आपाधापी में गांव और हम- अब कहा ये खुबसुरती जो हमे हमारी मिट्टी से जोड़ता हुवा ,गांव और शहर के रिश्तो को बताता हुवा हमे जोड़े रखता था सब बिखर गया है, इस तेज़ चलते हुवे ज़िन्दगी के भागादौड़ी में हम अपने यादो को ,रिश्तो को ,अपने आप को बहुत पीछे छोर आए है अब पैसे की चपेट में गांव की यही खूबसूरती, इस मिट्टी में दफन कर चुके है । विजय शर्मा✍️ #Ni #a #kavita #Poetry #village #Best #Hindi #Tah