किसी को रुलाना आसान है और हंसाना बहुत मुश्किल हम उन्हीं से हार बैठे हैं जिनसे लगाए बैठे थे दिल। कसूर किसका ये समझ नहीं आ रहा, दोनो के चहरे पे उदासी ही छा रहा। करे क्या और क्या ना करे, हालात पे ऐसे कब तक मरे। कोई खुशी का जरिया मिल जाएं ये आस लगाए बैठे हैं, वो तो अपनी अकड़ में ऐंठे है, अपने आशुओ को ankho में ही रहे हैं सिल, जीने की आस यही वो कभी ना कभी जायेंगे हमे मिल। हम उन्हीं से हार बैठे हैं जिनसे लगाए बैठे थे दिल, किसको रुलाना आसान है और हंसाना बहुत मुश्किल। दो पल में ही होठों की हसीं को छीन हैं लेते, खुशी के बदले क्यू हमको आंसु है देते। मुस्कुराहट को लाए कैसे हमारे तो होठ ही गए है जैसे सिल, हम उन्हीं से हार बैठे हैं जिनसे लगाए बैठे थे दिल, किसको रुलाना आसान है और हंसाना बहुत मुश्किल। ©Kusu Simran #kusum #kususimran #Simran #rulana #Hasana #New #SAD #Feel #bubbles