*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️*“18/3/2022”*📚 📘*“शुक्रवार”*🎈 “होली” के दिन “सारा देश” “रंगों” से खेलता है कभी देखिए किसी “चिंतित चेहरे” पर केवल “रंग का स्पर्श” पाकर “आनंदित” हो जाता है, “होली” पर हम क्या करते है “पुराने को भस्म” करते है और “नवधारण का स्वागत” करते हैं “चिंताओं को भस्म” कर “आशाओं का नया रंग” स्वयं पर चढ़ाते है एक “बात” मैं आपको बता दूं कि “दो रंग” एक साथ नहीं चढ़ सकते है,अब कौनसा “रंग” चढ़ाया जाए और कौनसा रंग “उतारा जाए”, यह समझना भी आवश्यक है आओ सभी “लालच का रंग” उतारकर “आनंद का रंग” चढ़ाते है “ईर्ष्या का रंग” उतारकर “प्रेम का रंग” चढ़ाते है,“अंधकार” पर “प्रकाश” का और “भ्रम” पर “सत्य” का रंग चढ़ाते है, आओ हम सब “प्रेम से” होली का यह त्यौहार मनाते है... *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️*“18/3/2022”*📚 📘*“शुक्रवार”*🎈 #“होली” #“रंग”