पिता से हसरतों का जाल ज़िन्दा है हुनर ज़िन्दा है, कमाल ज़िन्दा है पाकऔर प्यारा पैग़ाम ज़िन्दा है राह रौशन करनेवाली मशाल ज़िन्दा है हौसला हारने की हिमाकत मैं कर नहीं सकता दिखा सकूँ दुनिया को वो हाल ज़िन्दा है # पिता की वजह से