कभी कभार वक्त बेवक्त कुछ मुलाकातें होती है अजनबियों से, और जाने अनजाने ही अपने बन जाते है, पल दो पल की मुलाकात जन्मो जनम याद रह जाते, कुछ तस्बीरों में यादें कैद हो जाती है, और कुछ यादों में पालने में झूलते झूलते गुम हो जाते, न दोस्त, न कोई रिश्ता फिरभी यादें रहती दिलों दिमाग में सालो साल... हर कोई ज़िन्दगी का हिस्सा नही बन सकता लेकिन मुलाकातें जरुरी है, कभी सुनेहेरो लम्हो के लिए तो कभी कड़वी सबक के लिए... सच्चे रिश्ते तस्बीरों में कैद होने की मोहताज नही, रिश्ते तो दिल से निभाए जाते हैं... রাত্রিস্নিগ্ধা জ্যোৎস্নায় আছে চাঁদ লুকিয়ে কে জানে কোন অদ্ভুতুড়ের খোঁজে আছে জড়িয়ে...