सवाल बहोत हैं मगर सिर्फ़ इतना सा बता दो क्या वो भी पागलो सा तुम्हें प्यार कर पाएगा... जैसे मैं तुम्हारे दर्द पर बिलखता हूँ वैसे ही क्या वो भी बिलख पड़ेगा .. जैसे मैंने नफ़स-दर-नफ़स साथ दिया हैं क्या वो भी अपनी कुरबानी को जाया करेगा.. तुम्हारी बिन कही बाते समझ लेगा, मेरी तरह तेरे दिल की बयाबानी पढ़ लेगा... खैर सवाल बहोत हैं सिर्फ़ इतना सा समझा दो क्या वो भी पागलो सा तुम्हें प्यार कर पाएगा... सवाल बहोत हैं मगर सिर्फ़ इतना सा बता दो क्या वो भी पागलो सा तुम्हें प्यार कर पाएगा... जैसे मैं तुम्हारे दर्द पर बिलखता हूँ वैसे ही क्या वो भी बिलख पड़ेगा .. जैसे मैंने नफ़स-दर-नफ़स साथ दिया हैं क्या वो भी अपनी कुरबानी को जाया करेगा..