इससे पहले कि दुनियां मुझे गंदा कर दे तू मेरे जिस्म से रूह को अलविदा कर दे तूने औरत को खूबसूरत तो बना ही दिया अब मर्द की आंखों को भी तू अच्छा कर दे मुझे बे पर्दा कर मेरा चैन छीन लिया जिसने इस जालिम को सबके सामने जरा नंगा कर दे कमज़ोर समझकर मुझे नोच लिया तेरे इंसां ने ख़ुद को बचाने के लिए मुझमें भी एक अना भर दे तूने मुझे सबसे अलग बनाया ये मेरी किस्मत है मुझे अब बेख़ौफ़ जीने के लिए इन्हें शर्मिंदा कर दे बहुत तकलीफ़ होती है इज्ज़त से खिलवाड़ होने में बालात्कार से बचा ले, और इनके सौक़ को मुर्दा कर दे "कोरे-कागज़" की तरह फाड़ रहे हैं ये कपड़े मेरे तू अपनी कलम से इनके इक इक गुनाह लिख दे ©SHîvãM ☬ BHãrdwâJ sheetal pandya मेरे शब्द Bhavana Pandey