🍁🍃 पहाड़ियों की तरह खामोश है.... आज के रिश्ते.... जब तक हम न पुकारे..... उधर से आवाज ही नहीं आती... 🍁🍃 "मृदुल" 🍁🍃 पहाड़ियों की तरह खामोश है.... आज के रिश्ते.... जब तक हम न पुकारे..... उधर से आवाज ही नहीं आती... 🍁🍃 🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏