जाे तुझे लाए मेरे करीब फिर से एक बार फिर से एक बार दाे मुझे ताेहफा तुम गुलाब का मूक्म्मल हाे मुलाकात फिर एक बार माैका हाे चाहे ख्वाब का मलाल न हाेगा फिर ये जिंदगी रहे ना रहे ओ ख्वाब मेरे एक बार ताे आ जाओ चिलमन के तले क्या पता रहे ना रहे कल माैसम बहार का... कभी कभी कुछ खुबसुरत यादें भी जिंदगी के हर झंझावत का सामना करने में बहुत मददगार साबित हाेती है..... फिर चाहे वह किसी की कही काेई बात हाे,या किसी से हुयी क्षणिक मुलाकात हाे.... Aesthetic Thoughts का एक सुंदर #collab #ATकरिश्मेकाइंतज़ार #करिश्मेकाइंतज़ार #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi