सुन मेरी बहना सुन मेरे भाई, प्रकृति करती आज पुकार, दे दो कुछ सम्मान इसे, रख लो इसकी लाज सदा, कण कण में इसके प्रेम बसा, देती ममता दुलार हमे, जीवन संदेश सुनाती यह, अडिग हिमालय खड़ा है डट कर, नदिया करती कल् कल् कल् कल् झरनों का पानी झर् झर् झर् झर्, हवा जो चलती सन् सन् सन् सन्, कितना मनोरम दृश्य जगा, फलों से लदा यह वृक्ष हमारा, हाथ फैलाए खड़ा हुआ, कितना कुछ न्योछावर करता, प्रकृति हमारा गुणों से भरा, दे दो सहारा इसको संभालो, मनुष्यता की पहचान है यह, पर्यावरण को संरक्षित कर, कर्तव्य निभा हो जाय अमर। डॉ सोनी #WorldEnvironmentDay पर्यावरण संरक्षण