कहां से कहां आ गए शाम अभी हुई नहीं इंतजार था हमें मुद्दत से जिसका मुलाकात अभी हुई नहीं वीरान राहों में सफर किया चिराग ए उम्मीद मिली नहीं न हम नफस न हम जबां शाम अभी हुई नहीं बाद मुद्दत तेरे दीदार खातिर निकल पड़ा वीराना ए सफर में मगर अफसोस तमन्ना पूरी अभी हुई नहीं राह ए इश्क निकल पड़ा न सहर हुई न शाम हुई राह ए सितम गुजरने के बाद भी बात पूरी अभी हुई नहीं तमाम कोशिशें हुईं नाकाम जी भर के नजर न मिला सका रुक न सका अश्कों का दरिया बात अभी हुई नहीं 🙏मेरी इक और स्वरचित ग़ज़ल नाकाम दिल🙏 ©Prem Narayan Shrivastava #नाकाम_मोहब्बत #akelapan