पैसे का गुरुर मनुष्य जब जन्म लेता है, तब उसका वजन ढ़ाई किलो होता है...और अग्नि संस्कार के बाद उसकी राख का वजन भी ढ़ाई किलो का होता है। जिन्दगी का पहला कपड़ा जिसका नाम झबला, जिसमें जेब नहीं होती है.... और जिन्दगी का आखिरी कपड़ा कफन उसमें भी जेब नहीं होती है। तो बीच के समय के जेब के लिये, इतनी मुसीबत किस लिये इतनी भागदौड़ किस लिये, इतनी दगा और निन्दा किस लिये । खून लेने के लिये ग्रुप चेक करवाते है पैसे लेते समय जरा चेक करें कि, वो किस ग्रुप का है, न्याय का है, हाय का है अथवा हराम का है। और गलत ग्रुप का पैसा घर में आ जाने से ही आज घर-घर में अशान्ति, क्लेश और झगड़े होते है। हराम और हाय का पैसा.... जिम खाना, दवाखाना, क्लबो और बार में पूरा हो जायेगा, और आपको भी खत्म कर देगा। जब बैंक बेलेन्स बढ़ने लगे, लेकिन परिवार बैलेन्स कम होने लगे तो समझों यह पैसा काम नहीं आ रहा है। ©KhaultiSyahi #Paison #guroor #pride #Money #khaultisyahi #life #experience #think #truth #never