खता -ए- जुर्म तुम किए बैठे हो , हुई गुस्ताखियो कि डायरी बनाए बैठे हो । क्या कुसूर इ कोरे कागजो का, तुम गैरो का मोल लगाए बैठे हो ।। ©r singh #support #shayari #PARENTS