नीला समुंदर इस नीले समुंदर के बीच एक नाव है कही; चारो तरफ एक सा नजारा; किनारा कहा ना किसिकों पता; पर फिर भी कही तो जाना होंगा; लहरों से कभी तो टकराना होंगा; किस्मत कहा तय है तेरी; तू बनाएगा वही तकदीर है तेरी; सिक्के उछाल कर फैसले यहा नहीं होते; बिना लडे नाम अमर नहीं होते; तेरा आज ही तेरा कल है; और तेरा आज ही तेरा कल बनेगा; तो डर मत तू पतवार उठा; तू क्या है इन लहरों को बता; तू करोड़ो मे एक ना सही; पर तुजमे वो है जो उन करोड़ो मे भी नहीं। - सुमित खमार पतवार - नाव चलाने के लिए लकड़ी