बिखरे बाल गरीबी पुरुष के बाल बिखेर देती है,,और अमीरी महिला के नारी तु निराली गौरा रंग तेरे बदन का , तुझे बहुत भाता है! जब लगता काला टिका, तब उससे चंदा शर्माता है कहने का मतलब ,,,,काला रंग से ही गौरे रंग की शोभा है,,इसी को श्रृंगार कहते है