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मुझे अफसोस है तुमसे बिछड़ जाने का... मैं जितना मन

मुझे अफसोस  है तुमसे बिछड़ जाने का...
मैं जितना मना सकता था।
मैंने मनाया,
जितना निभा सकता था,
मैंने निभाया।
मैं जो कर सकता था,
मैंने वो सब किया।

पर तुमने मुझे समझा नहीं,
तुम्हें तो लगा,
अरे ये तो देख नही रहा है।
हर किसी से बात करते है,
इसे क्या पाता चालेगा।
एक बात याद रखना,
जो लोग टूट कर प्यार करते हैं ना,
वो जब रूठते है,
तो फिर वो कभी नहीं मानते...!!
#ranjanmangoliya
😊❤️

©SANTU KUMAR देखो मुझे अब कोई अफसोस नहीं है तुमसे बिछड़ जाने का...
मैं जितना मना सकता था
मैंने मनाया
जितना निभा सकता था
मैंने निभाया
मैं जो कर सकता था
मैंने वो सब किया
मुझे अफसोस  है तुमसे बिछड़ जाने का...
मैं जितना मना सकता था।
मैंने मनाया,
जितना निभा सकता था,
मैंने निभाया।
मैं जो कर सकता था,
मैंने वो सब किया।

पर तुमने मुझे समझा नहीं,
तुम्हें तो लगा,
अरे ये तो देख नही रहा है।
हर किसी से बात करते है,
इसे क्या पाता चालेगा।
एक बात याद रखना,
जो लोग टूट कर प्यार करते हैं ना,
वो जब रूठते है,
तो फिर वो कभी नहीं मानते...!!
#ranjanmangoliya
😊❤️

©SANTU KUMAR देखो मुझे अब कोई अफसोस नहीं है तुमसे बिछड़ जाने का...
मैं जितना मना सकता था
मैंने मनाया
जितना निभा सकता था
मैंने निभाया
मैं जो कर सकता था
मैंने वो सब किया
santukumar7053

SANTU KUMAR

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