इस जिंदगी में उलझनें है बहुत, हम खुद ही सुलझा लिया करते हैं। अपनी उलझनों से ही हम मुश्किलों के हल निकाल किया करते हैं। जिंदगी की कुछ उलझनों को तो हम वक्त पर छोड़ दिया करते हैं। उलझनें सुलझाने में हम अपना कभी भी वक्त जाया नहीं करते हैं। गमों को छुपाकर हम अपने माथे की शिकन को हटा लिया करते हैं। अपने माथे की सिकन से हम अपने गमों की नुमाइश नहीं करते हैं। चलते वक्त के साथ-साथ हम भी चलने की कोशिश किया करते हैं वक्त को रोक कर हम उसे कभी समेटने की कोशिश नहीं करते हैं। खुली हवाओं में खुलकर साँस लेने को हम अपने हाथ फैला लेते हैं। अंदर ही अंदर घुटकर हम अपनी जिंदगी को गमगीन नहीं करते हैं। क़दम-क़दम पर इम्तिहान है घबराते नहीं, हम हंसकर सामना करते हैं। जिंदगी जिंदादिली से जीते हैं ज्यादा पाने की ख्वाहिश नहीं करते हैं। -"Ek Soch" #क़दम-क़दमपरइम्तिहान #कोराक़ागज़ #कोराक़ागज़_pst_2 #विशेषप्रतियोगिता #collabwithकोराकागज #yqbaba #yqdidi