फर्श पर जो गिरी स्याही, तुमने झट कपड़ा मरवाया, और जब तुम्हारे मन में लगी थी कालिक, उसे साफ करने का तुम्हें अनुमान तक न आया। _कोमल साह #JusticeAndRevenge#अनुमान तक न आया#nojotoapp#nojotohindi#nojotowriting