प्यार तो दूर की बात तूने तो मुझे अपनी दोस्त तक न माना इलज़ाम पर इलज़ाम लगाता रहा मुझपर क्या सच में आजतक तूने मुझे इतना ही जाना आज भी तेरे इल्ज़ामो की गिनतियाँ ख़त्म नहीं हुई तू बता न तुझे चाह कर मुझसे ऐसी क्या गलती हुई सच तो ये हैं तूने मुझे कभी नहीं रुलाया तू मुझपर विश्वास नहीं कर पाया तू मुझे समझ नहीं पाया तू मुझे अपना दर्द नहीं बता पाया तू मुझे अपना नहीं बना पाया बस इन्ही बातों ने आज तक मुझे रुलाया और अफ़सोस इस बात को भी तू नहीं समझ पाया। आज अचानक से ये बातें मन में आई #फर्कनहींपड़ताअब #आजकाशब्द #आजकाविचार