"थक कर आता था तो सुलाता था घर आज भी हर मुसीबत से बचाता है घर बाहर ख़तरा मंडरा रहा है बचना है हमें एक जुट कैसे हों ये हमें सिखाता है घर बचपन गुजरा जो जैसे बहुत पुरानी बात आज याद बचपन की दिलवाता है घर " #sid