ख्वाहिशें मुक्कमल ना हो अगर तो खलती बहुत हैं, जिंदगी भी धुंआ धुंआ हो कर , हाँ जलती बहुत हैं, शिकायत जिंदगी से, ना ही कभी ख्वाहिशों से रहीं, ये शब हसीं ख्वाबों की मगर, जल्दी ढ़लती बहुत हैं !! #ख्वाहिशें #जिंदगी #अनकहेअल्फ़ाज़ #yqdidi #yqhindisahitya #yqhindipoetry #yqmidnighthoughts