*नयनो कि शोभा काजल है* *शिव जी की शोभा नन्दी है* *वैसे ही भारत माता के* *माथे की बिंदिया हिन्दी है* आज 14 सितम्बर को आप सभी हिन्दी प्रेमियों को हिन्दी दिवस की हृदय स्पर्शी शुभकामनाएँ.... मित्रो यदि हम सपने हिंदी में देखते है तो ये हमारा नैतिक दायित्व है कि हम हिंदी को गर्व से विस्तारित करें, हमारी हर अभिव्यक्ति हिंदी में हो। मातृभाषा हिन्दी कभी उपेक्षित ना होने पाए ये कलम थामने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। आज भारतेंदु हरिश्चंद्र का ये नारा स्मरण हो रहा है- ⛳ हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान⛳ "मनोज सुमन "✒✒✒