मक़ाम ज़िन्दगी खत्म .. सफ़र बस इतना है ... ज़िंदगी महोल्लात है रब की वक़्त कितना हे कभी कोई मालूम नही कर पाया ... ©G0V!ND DHAkAD #RIPSidhuMoosewala