यूपी में अबकी मानवता शर्मसार हुई है। योगी तेरे राज की पर्दाफास हुई है।। तुम अपने सुशासन की खूब बड़ाई करते हो। सोनभद्र की घटना पर फिर भी चुप क्यों बैठे हो? पुलिस बिक गई, अफसर बिक गये, बिका पूरा तंत्र है। योगी तेरे राज में भ्रष्टाचार बढ़ा अनियंत्र है।। हाय! क़ातिलों हाँथ तुम्हारे इस कुकृत्य पर क्यों नहीं काँपे? ऐसा करते वक्त तुम अपने बीवी-बच्चों के प्रति क्यों नहीं ताके? बच्चे अनाथ हुए सब, बेवा हो गईं महिलाएँ। जाओ तुम्हारे जीवन को भी चील-कौवे नोच-नोच खा जाएँ।। सुनों क़ातिलों तुम नर नहीं नर-पशु निरा हो। पशु भी नहीं कोई ऐसा जो तुम जैसों-से गिरा हो।। योगी जी आप हिन्दू-मुस्लिम करते रहते हैं। उलट इधर हिन्दू ही हिन्दू को वधते रहते हैं।। यूपी के सरकार में दबंगों की आयी खूब बहार है। तभी तो हत्यारों ने सुशासन को कर दिया तार तार है।। यूपी के जालिमों ने मानवता पर मढ़ा कलंक है। योगी तेरे राज में भ्रष्टाचार बढ़ा अनियंत्र है।। मानवता का पतन।