वकालत तो खूब की थी तुमने अपने प्यार की मुकदमा तो हमने कभी बिठाया ही नहीं था। सजा तू सुना गया मेरे दिल को किसने कोई गुनाह किया ही नहीं था। अब शायद तुम्हारा जमीर हमारी यादों के बोझ से हल्का हुआ। जाओ हमने खुद को माफ किया। - लिखित वाट ©Likhit Vaat वकालत आवडले तर नक्की लाईक करा आणि प्रोत्साहन द्या पण तुमची साथ मात्र गरजेची आहे मग लगेच फोलो करा लिखित वाट. #hindi #original #stories #booklover #लिखितवाट #likhitvaat #postoftheday #Hindi #Shayari